नए साल
नए साल पर कुछ नया कीजिये, दूसरों के लिए भी दुआ कीजिये
अपनी ख़ुशी थोडा बिखराइये, फिर जिंदगी का मज़ा लीजिये
फूल बनिए ग़र जरूरत पड़े, फिर अपनी खुशबू को फैलाइए
रौशनी की कमी जहां महसूस हो, चिराग बनके वहाँ पर जल जाइये
सूरज उगे एक नया प्यार का,सबके दामन से अँधेरा मिटाइये
दीजिये फिर बधाई नए साल की, भूल के हर ग़मों को बस मुस्काइये
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