Sunday, June 30, 2013

लड़किया  ......................


लड़कियों  को नहीं आराम है अपने इस देश में !
कभी बेटी,बहन, कभी पत्नी,कभी माता के वेश में !
खुद को मिटा देती है वो रिश्तों के नाम पर !
निश्वार्थ बिक जाती है वो प्यार के दाम पर !
कुछ क़त्ल कर दी जाती है जन्म ले नहीं  पाती !
कुछ जन्म लेकर अपनों के ताने सह नहीं पाती !
ना भूलिए की दुनिया टिकी है औरत के ही दम पर !
हर कदम पे उनका ये एहसान है हम पर !
मजबूत बनाना है गर इस देश को अपने !
तो इनका हक इनको दीजिये फिर देखिये सपने !